जो कभी ना छूटे उस का आश्रय ले लो तो काम बन जाएगा..!!
आश्रय भगवान का लेना…आश्रय पैसे का लिया तो इनकम टैक्स का प्रॉब्लम आएगा !
प्रीति भगवान से करो..प्रीति शरीर के सुख लेने को किया तो वो शरीर स्वास्थ्य का प्रॉब्लम देगी…
कुटुंब के ३ भोग होते : संपदा , सुख और स्वास्थ्य
लेकिन संसारी मनुष्य तीनो को साथ में नही भोग सकता …
कभी पैसे नही तो कभी स्वास्थ्य नही तो कभी पारिवारिक सुखशांति की गडबड रहेगी..
कही ना कही गडबड रहेगी..
और तीनो में गडबड नही तो भाग्य तो है लेकिन समय बरबाद हो गया !!:-)
जीवन में गडबड नही तो विकास कहाँ से हो?
इसलिए कुप्रचार वालो को धन्यवाद है ..
मेरे साधक और भी पक्के हो गए!!
मैं भी बापू का बाप लगू …ऐ हाई…:-)
सब धर्मो में परम धाम है “मैं” का ज्ञान पा लेना…
शरीर तुम रख नही सकते और “मैं” को तुम छोड़ नही सकते…
मैं हाथ जोड़ के प्रार्थना करता हूँ कि,
आप का उद्देश और आश्रय भगवान को पाने का बना लो तो भगवान का सुख ,
भगवान का प्रकाश , भगवान का ज्ञान आप को मिलेगा
और आप इतने महान बन जाओगे… बिल्कुल पक्की बात है..!
हरिओम
देखा इतने महान है हमारे बापूजी .....कुपर्चार वालो को भी धन्यवाद् देते है
उनको भी माफ़ कर दिया बापू ने......
वाह मेरे बापू....
तेरी लीला निराली......
जय हो.....
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