हरिओम,
पूज्य गुरूजी के चरणों में प्रणाम ,
स्टार न्यूज़ पर 2008 में इंडिया टाइम 3.०० pm को समर्पण करके एक प्रोग्राम आता है ,
जिस में हमारे भारतीय संस्कृति के सारे पर्व और importance के बारे में बताया जाता है
में बहुत दुर्लब मंदिरों के दर्शन भी दिखाया जाते
तो कभी कभार वक़्त हो तो में देख लेती हु,
दो दिन पहले इस में ओमकार की महिमा के बारे में बताया जा रहा था
तो मन में विचार उठा की अगर ये लोग बापूजी से पूछे तो
ओमकार की महिमा का उनके अलावा कोई भी वर्णन नहीं कर सकता
और में टीवी के स्क्रीन से पीठ देकर अपना काम कर रही थी
की इतने में पूज्य बापूजी टीवी पर ओमकार की महिमा का वर्णन कर रहे थे
मुझे लगा की शायद में उनके बारे में सोच रही हु
इसलिए मुझे उनकी आवाज़ सुनाई दे रही है
पर जब में ने टीवी देखा तो सच मुच बापूजी ही ओमकार की महिमा का वर्णन कर रहे थे
ये कैसा है जादू समज में न आया .तेरे प्यार ने हम को जीना सिखाया ..............
मेरी तो ख़ुशी का ठिकाहाना ना रहा मेरे आँखों से ख़ुशी के मारे आंसू निकल आये .
Hari Om,
एक साधिका बेहेन.
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